Wednesday, May 14, 2025

अभिजीत भट्टाचार्य ने अनु मलिक को बताया ‘पागल’

बॉलीवुड के दिग्गज पार्श्व गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए फिल्म ‘मैं हूं ना’ के हिट गाने ‘गोरी गोरी’ के पीछे की कहानी साझा की। फराह खान द्वारा निर्देशित और 2004 में रिलीज़ हुई इस फिल्म को अपने शानदार म्यूज़िक एलबम के लिए खूब सराहा गया था। ‘तुम्हें जो मैंने देखा’, ‘गोरी गोरी’, ‘चले जैसे हवाएं’, ‘तुमसे मिलके दिल का जो हाल’, और टाइटल ट्रैक ‘मैं हूं ना’ जैसे गानों ने चार्टबस्टर की लिस्ट में अपनी जगह बनाई थी। लेकिन हाल ही में अभिजीत ने बताया कि इन गानों के पीछे सब कुछ उतना सरल और पारदर्शी नहीं था, जितना दिखता है।

‘गोरी गोरी’ हमसे छीन लिया गया – अभिजीत का दावा

मैशेबल इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में अभिजीत ने दावा किया कि ‘गोरी गोरी’ गाना मूल रूप से उनके और केके के लिए रिकॉर्ड किया गया था। लेकिन बाद में इस गाने को अनु मलिक ने खुद गा लिया, जो गाने के संगीतकार भी थे। इस घटना को याद करते हुए अभिजीत ने कहा,

“उस फिल्म में ‘गोरी गोरी’ मेरा गाना था। क्या आप यकीन करेंगे? मैंने और केके ने ये गाना गाया था और जब फाइनल वर्जन आया तो मैंने देखा कि उसमें अनु मलिक की आवाज़ थी।”

उन्होंने कहा कि यह गाना उन्होंने और केके ने जबरदस्त तरीके से गाया था – “फाड़ू!” अभिजीत ने यहां तक कहा कि यह बदलाव उन्हें भी चौंका गया।

अनु मलिक के व्यवहार पर तीखा बयान

अभिजीत ने बिना लाग-लपेट के अनु मलिक के रवैये को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा,

“जब भी अनु मलिक का कोई गाना होता है, अगर उनका बस चले तो वह उसे खुद पर ही फिल्मा लें। वह इतने ‘पागल’ हैं कि कह सकते हैं – ‘गाना इतना अच्छा है, मैं खुद ही गाऊंगा और खुद पर फिल्मा लूंगा।’”

अभिजीत ने यह भी जोड़ा कि अब वह ऐसे मामलों को लेकर ज़्यादा चिंता नहीं करते क्योंकि समय बदल गया है और आज किसी के पास भी फालतू के ड्रामे के लिए समय नहीं है।

“अब वह वक्त नहीं रहा। अब मैं स्वार्थी हो गया हूं – अब किसी का समय नहीं है।”

‘तुम्हें जो मैंने देखा’ को लेकर भी थी शिकायत

अभिजीत ने फिल्म के एक और मशहूर गाने ‘तुम्हें जो मैंने देखा’ के बारे में भी अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि वह गाना उन्होंने गाया तो सही, लेकिन उसे अचानक बुलाकर रिकॉर्ड कराया गया था। उन्होंने कहा,

“अगर मुझे गाने की पहले से तैयारी करने दी जाती, तो मैं और भी अच्छा गा सकता था। मैं सक्षम हूं, मैंने फटाफट गा दिया। लेकिन अगर तैयारी के साथ गाता तो यह गाना और भी बड़ा ऐतिहासिक बन सकता था।”

गायकों के साथ राजनीति का इशारा

यह पहली बार नहीं है जब किसी बड़े गायक ने फिल्म इंडस्ट्री में प्लेबैक सिंगिंग को लेकर होने वाली राजनीति पर सवाल उठाए हों। लेकिन जब यह बात अभिजीत जैसे अनुभवी और लोकप्रिय गायक के मुंह से निकलती है, तो यह इंडस्ट्री के काम करने के तरीकों पर गहरी रोशनी डालती है।

अभिजीत भट्टाचार्य का यह खुलासा बताता है कि बॉलीवुड में पर्दे के पीछे कितनी राजनीति और आपसी खींचतान हो सकती है, खासकर जब बात होती है गायन की। भले ही दर्शकों को गाने सुनने में खुशी मिलती है, लेकिन उनके बनने की प्रक्रिया में कई बार गायक के हक और पहचान की अनदेखी हो जाती है।

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