हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर फिर से प्रतिबंध लगाने की मांग तेज हो गई है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी। इसी बीच, पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान ने सोशल मीडिया पर इस जघन्य हमले पर शोक व्यक्त किया है।
फवाद खान ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा,

फवाद का यह बयान उनकी आगामी हिंदी फिल्म ‘अबीर गुलाल’, जिसमें वह अभिनेत्री वाणी कपूर के साथ नजर आएंगे, की 9 मई को होने वाली रिलीज़ से ठीक पहले आया है।
इस हमले के बाद, भारतीय फिल्म उद्योग के प्रमुख संगठन फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने एक बार फिर पाकिस्तानी कलाकारों के बहिष्कार की मांग दोहराई है। संगठन ने 2019 के पुलवामा आतंकी हमले के बाद भी ऐसे ही प्रतिबंध लगाए थे, जिसमें 35 अर्धसैनिक बल के जवान शहीद हुए थे।
FWICE ने अपने बयान में कहा,
“जारी निर्देश के बावजूद, हमें ‘अबीर गुलाल’ फिल्म के लिए पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान के साथ किए गए सहयोग की जानकारी मिली है। पहलगाम में हाल ही में हुए हमले के मद्देनजर, हम एक बार फिर किसी भी भारतीय फिल्म या मनोरंजन परियोजना में पाकिस्तानी कलाकारों, गायकों और तकनीशियनों के पूर्ण बहिष्कार के लिए बाध्य हैं। यह प्रतिबंध केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में कहीं भी होने वाले सहयोग पर लागू होगा।”
संगठन ने यह भी चेतावनी दी कि उनके सदस्य – चाहे वे अभिनेता हों, निर्देशक, तकनीशियन या निर्माता – अगर किसी पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम करते पाए गए, तो उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, FWICE ने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की बात कही कि फिल्म ‘अबीर गुलाल’ भारत में रिलीज न हो।
हमले के बाद जब पीड़ितों के शव उनके घरों तक पहुँचे, तब ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर #BoycottAbirGulaal ट्रेंड करने लगा।
इस महीने की शुरुआत में राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने भी फिल्म के विरोध की घोषणा की थी। पार्टी नेता अमेय खोपकर ने कहा,
“हम इस फिल्म, पाकिस्तानी कलाकारों और पाकिस्तानी फिल्मों के खिलाफ़ विरोध कर रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे। हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि पाकिस्तान के किसी भी कलाकार की फिल्म भारत में रिलीज नहीं होने दी जाएगी। अगर किसी ने इसे रिलीज करने की कोशिश की, तो परिणाम भुगतने होंगे।”
गौरतलब है कि जब-जब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव बढ़ा है, तब-तब पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में विरोध का सामना करना पड़ा है।
2016 के उरी आतंकी हमले के बाद भी ऐसा ही हुआ था, जिसमें 19 भारतीय जवान शहीद हुए थे। उस समय फवाद खान को करण जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में भूमिका निभाने पर भारी आलोचना झेलनी पड़ी थी। करण जौहर ने तब सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगी थी और कहा था कि वह भविष्य में किसी पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम नहीं करेंगे।
साल 2017 में शाहरुख खान की फिल्म ‘रईस’ भी विवादों में घिर गई थी क्योंकि उसमें पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खान ने काम किया था।
पहलगाम में हुए इस भीषण आतंकी हमले के बाद देशभर में गहरा आक्रोश है। भारत सरकार ने भी पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
केंद्र सरकार ने:
- सिंधु जल संधि को रोकने का फैसला किया है,
- अटारी में स्थित एकीकृत चेक पोस्ट को बंद कर दिया गया है,
- सार्क वीज़ा छूट योजना के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत में यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी,
- और पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा सलाहकार नियुक्त किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
साथ ही, भारत में पाकिस्तानी राजनयिकों की संख्या को 1 मई तक 55 से घटाकर 30 करने का निर्णय लिया गया है।
इस पूरे विवाद और फिल्म के बहिष्कार की मांग के बीच, यह देखना दिलचस्प होगा कि ‘अबीर गुलाल’ भारत में रिलीज हो पाती है या नहीं।