बीसीसीआई ने हरियाणा और मुंबई के बीच खेले जाने वाले रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल मैच को हरियाणा के घरेलू मैदान लाहली से कोलकाता स्थानांतरित कर दिया है। यह स्थानांतरण एक तटस्थ स्थल पर किया गया है, जिससे दोनों टीमों की यात्रा योजनाओं पर असर पड़ा है। यह मुकाबला शनिवार से शुरू होना था, लेकिन अचानक हुए इस बदलाव से “मेजबान” टीम हरियाणा आश्चर्यचकित रह गई है, क्योंकि बीसीसीआई ने अब तक स्थानांतरण का कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया है।
मुंबई क्रिकेट टीम को बुधवार सुबह लाहली पहुंचना था, लेकिन अब मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) उनके बुधवार शाम तक कोलकाता के लिए उड़ान भरने की व्यवस्था कर रहा है। इसी तरह, हरियाणा टीम के भी बुधवार देर रात तक कोलकाता पहुंचने की उम्मीद है। एमसीए के अध्यक्ष अजिंक्य नाइक ने पीटीआई को जानकारी देते हुए कहा, “हां, हमें बीसीसीआई से सूचना मिली है कि हरियाणा के खिलाफ हमारा क्वार्टर फाइनल मैच ईडन गार्डन्स, कोलकाता में खेला जाएगा।”
ईएसपीएनक्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार, लाहली में पिछले कुछ दिनों से मौसम पूरी तरह साफ है और हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन को बंसी लाल स्टेडियम में मैच आयोजित करने का पूरा भरोसा था। इस स्टेडियम में इस सीजन के सभी तीन घरेलू मुकाबले सफलतापूर्वक खेले गए हैं। हालांकि, ईएसपीएनक्रिकइन्फो द्वारा एचसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क करने पर उन्होंने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
हरियाणा की तरह, जम्मू और कश्मीर क्रिकेट टीम को भी अपने घरेलू मैदान का फायदा नहीं मिल पाएगा। उनका केरल के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबला जम्मू से पुणे के एमसीए स्टेडियम में स्थानांतरित कर दिया गया है।
हालांकि, जम्मू-कश्मीर के मैच स्थानांतरण का कारण अलग बताया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि कठोर सर्दियों के कारण जम्मू और कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) मैदान की स्थिति को लेकर चिंतित था। उन्होंने इस बारे में बीसीसीआई को पहले ही सूचित कर दिया था।
जेकेसीए ने पहले मुंबई या अहमदाबाद में मैच आयोजित करने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्हें बताया गया कि ये स्थान उपलब्ध नहीं हैं। इसके बाद बीसीसीआई ने पुणे में यह मुकाबला कराने का निर्णय लिया।
अन्य दो क्वार्टर फाइनल मुकाबले – विदर्भ बनाम तमिलनाडु और सौराष्ट्र बनाम गुजरात – क्रमशः नागपुर (सिविल लाइंस स्टेडियम) और राजकोट (निरंजन शाह स्टेडियम) में खेले जाएंगे। वर्तमान नियमों के अनुसार, ग्रुप टॉपर्स को मेजबान टीम का दर्जा दिया जाता है।
इस सीजन में ग्रुप चरण में सबसे ज्यादा अंक हासिल करने वाली टीम विदर्भ रही, जिसने सात मैचों में छह जीत के साथ कुल 40 अंक अर्जित किए। वहीं, गुजरात ने 32 अंक हासिल किए, जो जम्मू-कश्मीर के 35 अंकों के बाद तीसरे स्थान पर है।