जैसे-जैसे हज यात्रा का समय नजदीक आ रहा है, सऊदी अरब 14 देशों के तीर्थयात्रियों के लिए अपनी वीज़ा नीति में अस्थायी बदलाव लाने पर विचार कर रहा है। इसका उद्देश्य तीर्थयात्रियों की संख्या को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करना और उन्हें एक सुरक्षित व सुव्यवस्थित अनुभव प्रदान करना है।
हज, जो इस्लाम धर्म की एक प्रमुख धार्मिक यात्रा है, इस साल 4 जून से 9 जून, 2025 के बीच आयोजित होने की संभावना है, हालांकि इसकी तिथियां चांद के दीदार पर निर्भर करती हैं। कई तीर्थयात्री अप्रैल के अंत से ही सऊदी अरब पहुंचना शुरू कर सकते हैं।
सऊदी अधिकारियों ने उमराह वीज़ा जारी करने की अंतिम तिथि 13 अप्रैल, 2025 घोषित की है। पाकिस्तान के समाचार चैनल एआरवाई के अनुसार, सऊदी अरब ने यह भी संकेत दिया है कि हज समाप्त होने तक कुछ देशों के नागरिकों को कोई नया वीज़ा जारी नहीं किया जाएगा।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह कदम पूरी तरह से तार्किक और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। इसका उद्देश्य तीर्थयात्रा को सुचारू और बेहतर ढंग से आयोजित करना है, और इसका किसी भी प्रकार के राजनयिक मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है।
किन देशों पर लागू होंगे वीज़ा प्रतिबंध?
सऊदी अरब जिन 14 देशों के लिए वीज़ा नीति में परिवर्तन पर विचार कर रहा है, वे विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों से आते हैं:
- दक्षिण एशिया: भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश
- मध्य पूर्व: मिस्र, इराक, जॉर्डन, यमन
- उत्तरी अफ्रीका: अल्जीरिया, मोरक्को, ट्यूनीशिया
- उप-सहारा अफ्रीका: इथियोपिया, नाइजीरिया, सूडान
- दक्षिण-पूर्व एशिया: इंडोनेशिया
इस कदम के पीछे का कारण क्या है?
मुख्य कारण है अनधिकृत हज भागीदारी को रोकना। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ तीर्थयात्री उमराह या टूरिस्ट वीज़ा पर सऊदी अरब में प्रवेश कर जाते हैं और फिर बिना आधिकारिक पंजीकरण के हज करने के लिए रुक जाते हैं। इससे सऊदी सरकार की निर्धारित कोटा प्रणाली प्रभावित होती है, जिसमें प्रत्येक देश को एक निश्चित संख्या में हज स्लॉट आवंटित किए जाते हैं।
यह निर्णय इस समय क्यों लिया जा रहा है?
2024 में अत्यधिक गर्मी और भीड़भाड़ के चलते 1,200 से अधिक तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो गई थी। इस दर्दनाक घटना ने हज प्रबंधन की कमजोरियों को उजागर किया। इसके बाद, सऊदी सरकार तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक सख्त कदम उठा रही है।
नई वीज़ा नीति का उद्देश्य न केवल हज को अधिक सुरक्षित बनाना है, बल्कि अत्यधिक भीड़ को भी रोकना है ताकि ऐसी त्रासदियों की पुनरावृत्ति न हो।
हालांकि यह प्रतिबंध अस्थायी बताया गया है, लेकिन सऊदी अधिकारियों ने इसकी समीक्षा के लिए कोई स्पष्ट समयसीमा घोषित नहीं की है। सरकार का प्राथमिक उद्देश्य यात्रा और आव्रजन को बेहतर ढंग से प्रबंधित करना है, खासकर पिछले वर्षों में सामने आई चुनौतियों को देखते हुए।