लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बुधवार की सुबह हुए एक भीषण सड़क हादसे में सैफई स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के चार डॉक्टर और एक लैब टेक्नीशियन की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, यह हादसा सुबह करीब 3 बजे हुआ, जब वे जिस एसयूवी में यात्रा कर रहे थे, उसका नियंत्रण खो गया और एक बड़े ट्रक से टकरा गई।
कैसे हुआ हादसा
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि एसयूवी तेज गति से चल रही थी। अचानक वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई और दूसरी लेन में पहुंच गई। उसी दौरान एक ट्रक ने उसे जोरदार टक्कर मारी। इस टक्कर में एसयूवी में सवार चार डॉक्टर और लैब टेक्नीशियन की मौके पर ही मौत हो गई।
पीड़ितों की पहचान
दुर्घटना में जान गंवाने वालों की पहचान निम्नलिखित रूप में हुई है:
- डॉ. अनिरुद्ध वर्मा (29 वर्ष), निवासी आगरा
- डॉ. संतोष कुमार मौर्य (46 वर्ष), निवासी भदोही
- डॉ. अरुण कुमार (34 वर्ष), निवासी कन्नौज
- डॉ. नरदेव (35 वर्ष), निवासी बरेली
- लैब टेक्नीशियन राकेश कुमार (38 वर्ष)
गंभीर रूप से घायल छात्र
दुर्घटना में एक व्यक्ति, 39 वर्षीय जयवीर सिंह, जो मुरादाबाद का निवासी और सैफई में स्नातकोत्तर छात्र है, गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत तिर्वा के डॉ. भीमराव अंबेडकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
हादसे की वजह और जांच
पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण अत्यधिक गति और वाहन पर से नियंत्रण खो जाना बताया जा रहा है। दुर्घटना के सटीक कारण का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच जारी है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
सैफई विश्वविद्यालय में शोक
इस दुर्घटना ने उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई में गहरा शोक पैदा कर दिया है। मृतक डॉक्टर चिकित्सा समुदाय के सम्मानित सदस्य थे, और उनकी असामयिक मृत्यु ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा सड़क सुरक्षा और गति सीमा के पालन की आवश्यकता पर जोर देता है। खासतौर पर रात के समय या तड़के यात्रा के दौरान, तेज गति और भारी वाहनों की आवाजाही दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ा देती है। स्थानीय प्रशासन ने सड़क सुरक्षा के सख्त उपायों और सावधानीपूर्वक ड्राइविंग की अपील की है।
यह दुखद घटना एक गंभीर चेतावनी है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना और गति को नियंत्रित रखना कितना आवश्यक है।