रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को शांति प्रक्रिया के हिस्से के रूप में एक “अस्थायी प्रशासन” के तहत रखा जा सकता है, जिसमें उत्तर कोरिया और मास्को के अन्य सहयोगियों की भागीदारी हो सकती है। यह जानकारी रूसी राज्य मीडिया ने दी है।
रूस के उत्तरी बंदरगाह शहर मरमंस्क में सैनिकों के एक समूह को संबोधित करते हुए, पुतिन ने उस शांति प्रक्रिया के कई प्रावधान प्रस्तुत किए, जो फरवरी 2022 में शुरू हुए युद्ध को समाप्त कर सकती है। यह रिपोर्ट रूस की राज्य समाचार एजेंसी TASS ने दी।
TASS के अनुसार, पुतिन के सुझावों में यूक्रेन में नए चुनाव कराने का प्रस्ताव और देश को अंतरराष्ट्रीय प्रशासन के अधीन रखने के बाद “महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर” करने की योजना शामिल थी।
पुतिन ने कहा, “सैद्धांतिक रूप से, संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय देशों और हमारे सहयोगियों की देखरेख में यूक्रेन में एक अस्थायी प्रशासन लागू किया जा सकता है।” उन्होंने आगे कहा, “इसका उद्देश्य लोकतांत्रिक चुनाव कराना होगा ताकि लोगों के विश्वास वाली एक सक्षम सरकार सत्ता में आए और फिर हम शांति संधि पर बातचीत शुरू कर सकें।”
पुतिन ने जोर देते हुए कहा, “हम सभी मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीकों से हल करने के पक्ष में हैं, लेकिन उन मूल कारणों को भी दूर करना आवश्यक है, जिन्होंने इस स्थिति को जन्म दिया।”
उन्होंने यह भी कहा कि शांति वार्ता में अमेरिका और रूस के अलावा अन्य देशों को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से ब्रिक्स देशों और उत्तर कोरिया का उल्लेख किया।
“यह सिर्फ अमेरिका की बात नहीं है, बल्कि इसमें चीन, भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और सभी ब्रिक्स देशों को भी शामिल होना चाहिए। इसके अलावा, उदाहरण के लिए, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (उत्तर कोरिया) को भी इसमें भाग लेना चाहिए,” पुतिन ने कहा।
दक्षिण कोरिया की सेना के अनुसार, प्योंगयांग (उत्तर कोरिया) ने यूक्रेन में रूस के लिए लड़ने के लिए 3,000 से अधिक नए सैनिक भेजे हैं। पिछले वर्ष भेजे गए 11,000 से अधिक सैनिकों में से कई युद्ध में हताहत हुए हैं।
यूरोप के साथ वार्ता पर पुतिन का बयान
पुतिन ने यह भी कहा कि वह यूरोप के साथ काम करने के लिए तैयार हैं, हालांकि उन्होंने यूरोप को “असंगत” और “धोखा देने वाला” करार दिया।
TASS के अनुसार, पुतिन ने कहा, “यूरोप लगातार हमें बेवकूफ बनाने की कोशिश करता है, लेकिन अब हमें इसकी आदत हो गई है। मुझे उम्मीद है कि इस बार हम अपने तथाकथित भागीदारों पर अत्यधिक भरोसा करके कोई गलती नहीं करेंगे।”
डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा
पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भी प्रशंसा की और उन्हें “इस संघर्ष को समाप्त करने की ईमानदारी से इच्छा रखने वाला व्यक्ति” बताया।
शांति वार्ता और काला सागर समझौता
पुतिन की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब सऊदी अरब की राजधानी रियाद में रूसी, यूक्रेनी और अमेरिकी अधिकारियों के बीच अस्थायी युद्धविराम वार्ता हुई।
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, रूस और यूक्रेन ने काला सागर में जहाजों पर सैन्य हमले रोकने पर सहमति जताई। लेकिन उसके बाद, दोनों देशों ने एक-दूसरे पर शांति वार्ता को गंभीरता से न लेने का आरोप लगाया।
समझौते के बाद, यूक्रेन ने रूस पर माइकोलाइव शहर पर रातभर ड्रोन हमले करने का आरोप लगाया। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इसे “पूरी दुनिया के लिए स्पष्ट संकेत” बताया कि मास्को वास्तव में शांति की दिशा में आगे नहीं बढ़ना चाहता।
दूसरी ओर, रूस ने यूक्रेन पर रूसी कब्जे वाले क्षेत्र में एक गैस भंडारण सुविधा और एक बिजली संयंत्र पर ड्रोन हमला करने का आरोप लगाया। रूस के अनुसार, यह दोनों देशों के बीच बिजली सुविधाओं पर हमला न करने के समझौते का उल्लंघन था।
रूसी मीडिया ने कहा कि रियाद में इस वार्ता का दूसरा दौर अप्रैल के मध्य में आयोजित किया जाएगा।