Tuesday, May 27, 2025

यूक्रेन में युद्धविराम के लिए पुतिन से बात करेंगे ट्रंप

यूक्रेन पर मास्को के 2022 में किए गए आक्रमण से शुरू हुए युद्ध को समाप्त करने के अपने लंबे समय से जारी प्रयासों के तहत, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत करेंगे।

अपने चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप ने यह वादा किया था कि वह राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के एक दिन के भीतर ही इस संघर्ष को रोक देंगे। हालांकि, उनके अब तक के कूटनीतिक प्रयासों से कोई ठोस सफलता नहीं मिल पाई है।

पिछले सप्ताह रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों ने इस्तांबुल में लगभग तीन वर्षों में पहली बार आमने-सामने बातचीत की थी। हालांकि, यह बातचीत किसी भी युद्धविराम की प्रतिबद्धता के बिना समाप्त हो गई। बातचीत के दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर तीखी टिप्पणियां कीं। यूक्रेन ने आरोप लगाया कि मास्को ने जानबूझकर “डमी” यानी कम स्तर के अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल भेजा।

बातचीत के बाद ट्रंप ने घोषणा की कि वह यूक्रेन में “खूनखराबा” रोकने के प्रयास में पुतिन से बात करेंगे। इस युद्ध ने यूक्रेन के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया है और लाखों लोगों को अपने घरों से विस्थापित होना पड़ा है।

ट्रंप ने यह भी कहा कि वह यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की और नाटो अधिकारियों से भी वार्ता करेंगे। उन्होंने आशा जताई कि “एक युद्धविराम होगा और यह बेहद हिंसक संघर्ष समाप्त होगा।” जनवरी में पदभार ग्रहण करने के बाद से ट्रंप ने कई बार यह कहा है कि वह इस संघर्ष का अंत देखना चाहते हैं। उन्होंने हाल ही में बिना शर्त 30-दिनों के युद्धविराम का समर्थन किया है। हालांकि, उन्होंने ज्यादातर दबाव यूक्रेन पर ही केंद्रित किया है और पुतिन की सीधी आलोचना करने से बचते रहे हैं।

मॉस्को और वाशिंगटन दोनों पहले ही पुतिन और ट्रंप के बीच बैठक की आवश्यकता को लेकर सहमति जता चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी कहा है कि जब तक वह पुतिन से आमने-सामने नहीं मिलते, तब तक इस संघर्ष में कोई वास्तविक प्रगति नहीं होगी।

प्रतिबंधों का दबाव और इस्तांबुल वार्ता

इस्तांबुल में हुई वार्ता में, जिसमें अमेरिकी अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया, रूस और यूक्रेन ने 1,000-1,000 युद्धबंदियों के आदान-प्रदान और संभावित युद्धविराम के बिंदुओं पर चर्चा की। हालांकि, किसी ठोस समझौते तक नहीं पहुंचा जा सका।

यूक्रेन के रक्षा मंत्री और शीर्ष वार्ताकार रुस्तम उमरोव ने कहा कि “अब अगला कदम पुतिन और ज़ेलेंस्की के बीच सीधी बातचीत होगी।” रूस की ओर से कहा गया कि उसने इस अनुरोध को संज्ञान में लिया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा, “हम इसे संभव मानते हैं, लेकिन तभी जब यह वास्तविक परिणामों और आपसी सहमति के आधार पर हो।”

इस बीच, यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों ने रूस पर युद्धविराम के आह्वान को जानबूझकर नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है और मास्को पर नए प्रतिबंधों के लिए दबाव बढ़ाया है।

ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली के नेताओं ने रविवार को ट्रंप से फोन पर बात की। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के प्रवक्ता ने कहा, “पुतिन और ट्रंप के बीच होने वाली सोमवार की बातचीत को ध्यान में रखते हुए, नेताओं ने बिना शर्त युद्धविराम की आवश्यकता और पुतिन की ओर से शांति वार्ता को गंभीरता से लेने के मसले पर चर्चा की।” उन्होंने यह भी बताया कि यदि रूस शांति प्रक्रिया में गंभीरता नहीं दिखाता, तो उस पर नए प्रतिबंध लगाने की संभावना पर भी विचार किया गया।

वेटिकन में पोप लियो के उद्घाटन समारोह के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की मुलाकात हुई। इस दौरान भी संभावित प्रतिबंधों पर चर्चा की गई।

ज़ेलेंस्की ने टेलीग्राम पर लिखा, “हमने इस्तांबुल में हुई वार्ता पर चर्चा की, जहाँ रूस ने एक कमजोर प्रतिनिधिमंडल भेजा था जिसे कोई निर्णय लेने का अधिकार नहीं था।” उन्होंने आगे बताया कि रूस पर नए प्रतिबंधों, द्विपक्षीय व्यापार, रक्षा सहयोग, युद्ध क्षेत्र की स्थिति और कैदियों के भविष्य के आदान-प्रदान पर भी चर्चा हुई।

यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर एएफपी को बताया कि ट्रंप और पुतिन के बीच होने वाली बातचीत की तैयारियों पर भी बैठक में चर्चा हुई।

‘मूल कारण’ और बढ़ते हमले

ज़ेलेंस्की और वेंस के बीच यह मुलाकात व्हाइट हाउस में फरवरी में हुई तीखी बहस के बाद पहली बार हुई। उस समय वेंस ने ओवल ऑफिस में ज़ेलेंस्की पर ट्रंप के प्रति “अनादर” दिखाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि ज़ेलेंस्की को अधिक आभार व्यक्त करना चाहिए और यह भी जोड़ा कि रूस के साथ बातचीत में उनके पास “कोई मजबूत कार्ड” नहीं है।

इसी दौरान यूक्रेन ने बताया कि रविवार रात रूस ने देशभर में रिकॉर्ड संख्या में ड्रोन हमले किए, जिसमें राजधानी कीव भी निशाने पर रही। हमलों में एक महिला की मौत हो गई। दक्षिण-पूर्वी खेरसॉन क्षेत्र में एक अन्य व्यक्ति मारा गया और रेलवे स्टेशन, घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा।

रविवार को रूसी राज्य टेलीविजन को दिए एक साक्षात्कार में पुतिन ने कहा कि रूस का उद्देश्य “इस संकट के मूल कारणों को समाप्त करना, स्थायी शांति के लिए आवश्यक परिस्थितियाँ बनाना और रूस की सुरक्षा सुनिश्चित करना” है, हालांकि उन्होंने विस्तार से नहीं बताया।

रूस आमतौर पर “मूल कारणों” के तहत कीव और पश्चिम से अपनी शिकायतों को गिनाता है, जिनका हवाला देकर उसने फरवरी 2022 में आक्रमण शुरू किया था। इसमें यूक्रेन को “नाज़ी मुक्त” करने, उसके सैन्यकरण को खत्म करने, पूर्वी यूक्रेन में रूसी भाषी लोगों की रक्षा करने, नाटो के विस्तार को रोकने और यूक्रेन के पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते रिश्तों को सीमित करने जैसे तर्क शामिल हैं।

हालांकि, कीव और पश्चिमी देश रूस के इस आक्रमण को एक साम्राज्यवादी ज़मीन हथियाने की कोशिश मानते हैं

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