भारत में सोने की कीमतें ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई हैं। मंगलवार, 22 अप्रैल को 24 कैरेट शुद्ध सोने की कीमत 1,01,350 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, जो अब तक की सबसे ऊंची दर है। यह पहली बार है जब देश में सोने की कीमतें 1 लाख रुपये के आंकड़े को पार कर गई हैं। यह तेजी वैश्विक बाजारों से मिले मजबूत संकेतों और घरेलू स्तर पर बढ़ती मांग का परिणाम है।
Goodreturns के अनुसार, 24 कैरेट (99.9% शुद्धता) सोने की कीमत में 10,135 रुपये प्रति ग्राम की बढ़ोतरी देखी गई। इसके अलावा, 22 कैरेट सोना 9,290 रुपये प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोना 7,601 रुपये प्रति ग्राम के स्तर पर रहा।
वैश्विक बाजार में भी रिकॉर्ड ऊंचाई
वैश्विक स्तर पर हाजिर सोना 3,473.03 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, अमेरिकी सोना वायदा (Gold Futures) 1.7% बढ़कर 3,482.40 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। यह तेजी वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते आई है, जहां निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्प की तलाश में सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
अमेरिका में राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल
इस तेजी की एक प्रमुख वजह अमेरिका में आर्थिक नीतियों को लेकर असमंजस और राजनीतिक तनाव भी है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की आलोचना करते हुए तत्काल ब्याज दरों में कटौती की मांग की है और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संभावित मंदी की चेतावनी दी है। इससे अमेरिकी डॉलर पर दबाव बढ़ा है, जिससे सोने की मांग में तेजी आई है।
टैरिफ युद्ध और वैश्विक तनावों का असर
KCM ट्रेड के मुख्य बाजार विश्लेषक टिम वाटरर ने कहा, “टैरिफ चिंताओं और ट्रंप-पॉवेल विवाद के बीच निवेशकों का झुकाव अमेरिकी परिसंपत्तियों से हटकर सोने की ओर बढ़ा है। इससे सोने की स्थिति और मजबूत हो गई है।”
अमेरिकी बाजारों में तेज बिकवाली के बाद एशियाई शेयर बाजारों में भी गिरावट देखी गई। वहीं, चीन ने अमेरिका पर टैरिफ नीति का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और अन्य देशों को सतर्क रहने को कहा है।
विश्लेषकों की राय और आगे की रणनीति
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतीन त्रिवेदी ने बताया कि नए सप्ताह की शुरुआत में ही मजबूत खरीदारी के चलते सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी देखी गई है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी आर्थिक संकट, टैरिफ तनाव और वैश्विक ऋण संकट जैसी स्थितियों के चलते सोने की मांग बढ़ी है।
उन्होंने आगे कहा कि चीन, वैश्विक केंद्रीय बैंकों और संस्थागत निवेशकों की लगातार खरीदारी ने इस तेजी को और मजबूत किया है। तकनीकी रूप से जब तक कॉमेक्स पर सोना 3,250 डॉलर प्रति औंस और एमसीएक्स पर 91,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर रहता है, तब तक तेजी का रुख बना रहेगा।
हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर सोने की कीमतें 93,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिरती हैं, तो यह निवेशकों के लिए एक नया प्रवेश बिंदु हो सकता है, लेकिन इस दौरान जोखिम प्रबंधन बेहद जरूरी होगा क्योंकि बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
बाजार अब यूएस फेड अधिकारियों की आगामी टिप्पणियों का इंतजार कर रहा है, जिससे ब्याज दरों और मुद्रास्फीति के दृष्टिकोण पर और संकेत मिल सकते हैं। सोना, जिसे पारंपरिक रूप से एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में एक बार फिर निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है।