पूर्व भारतीय ऑलराउंडर और भारतीय क्रिकेट के शुरुआती दौर के महान खिलाड़ी सैयद आबिद अली का 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया। मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले अली अपने क्रिकेट करियर के बाद कैलिफोर्निया, यूएसए में बस गए थे। स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की पुष्टि उनके रिश्तेदार रेजा खान ने की। उनके निधन पर भारतीय क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई और कई पूर्व क्रिकेटरों ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
सैयद आबिद अली ने 1967 से 1974 के बीच भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया और टीम के शुरुआती अंतरराष्ट्रीय सफर में अहम भूमिका निभाई। 13 जुलाई 1974 को भारत ने इंग्लैंड के लीड्स में अपना पहला एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ODI) मैच खेला था। इस ऐतिहासिक मुकाबले में अली ने भारत के लिए पहली गेंद फेंककर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया।
अपने क्रिकेट करियर के दौरान, अली ने कुल 29 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 1,018 रन बनाए और छह अर्धशतक जड़े। एक मध्यम गति के गेंदबाज के रूप में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 47 विकेट भी लिए। वनडे प्रारूप में उन्होंने भारत के लिए कुल पांच मैच खेले, जिसमें 93 रन बनाए और सात विकेट हासिल किए।
उनका सबसे यादगार प्रदर्शन 1975 के विश्व कप में आया, जब उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 98 गेंदों पर 70 रनों की शानदार पारी खेली और भारत के लिए सर्वोच्च स्कोरर बने। दिलचस्प बात यह है कि यही मैच उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला भी साबित हुआ।
सैयद आबिद अली के निधन से भारतीय क्रिकेट ने अपने शुरुआती स्वर्णिम युग के एक अहम सितारे को खो दिया है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
