Sunday, April 27, 2025

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला मई में अंतरिक्ष यात्रा पर जाएंगे

भारतीय अंतरिक्ष यात्री-नामित शुभांशु शुक्ला इस वर्ष मई में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भर सकते हैं। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने एक्सिओम मिशन 4 (Ax-4) के बारे में एक अपडेट में यह जानकारी दी है।

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इस मिशन में अंतरिक्ष यात्री-नामित और मिशन पायलट की भूमिका निभाएंगे। वे भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी हैं और 1984 में विंग कमांडर राकेश शर्मा की ऐतिहासिक उपलब्धि के चार दशक बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बनेंगे।

इस मिशन में उनके साथ नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री और मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू भी होंगे।

गगनयान मिशन से जुड़ा है यह मिशन

शुभांशु शुक्ला का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा भारत के आगामी गगनयान मिशन के लिए प्रमुख अंतरिक्ष यात्री के रूप में किया गया था। गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य तीन-सदस्यीय चालक दल को 400 किमी की निचली पृथ्वी की कक्षा में तीन दिवसीय मिशन के लिए भेजना है। इसरो ने इस मिशन के लिए नासा और एक्सिओम स्पेस के साथ सहयोग किया है।

भारत ने ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर को भी एक नामित अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना है। यदि किसी कारणवश शुभांशु शुक्ला उड़ान भरने में असमर्थ रहते हैं, तो वे एक्सिओम मिशन 4 (Ax-4) में उनकी जगह लेंगे।

अंतरिक्ष में भारत की भागीदारी

नासा और इसरो के बीच एक समझौते के तहत, भारत ने ह्यूस्टन स्थित कंपनी एक्सिओम स्पेस इंक के आगामी मिशन पर अपने अंतरिक्ष यात्री के लिए एक सीट खरीदी है। हालांकि, यह सहयोग अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा घोषित पारस्परिक शुल्क से मुक्त हो सकता है।

एक्सिओम मिशन 4, ISS के लिए चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन होगा, जिसे फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च करने की योजना है। यह मिशन फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर लॉन्च होगा, जो अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जाएगा।

अंतरिक्ष स्टेशन पर डॉकिंग के बाद, अंतरिक्ष यात्री वहां 14 दिनों तक रहेंगे और विज्ञान, शिक्षा तथा वाणिज्यिक गतिविधियों से जुड़े विभिन्न प्रयोगों को अंजाम देंगे। इस निजी मिशन में पोलैंड और हंगरी के पहले अंतरिक्ष यात्री भी शामिल होंगे, जो ISS पर समय बिताएंगे।

एक्सिओम के पिछले मिशन

नासा के अनुसार, एक्सिओम मिशन 1 (Ax-1) अप्रैल 2022 में पहला निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन था, जिसमें चार अंतरिक्ष यात्री 17 दिन तक ISS में रहे। इसके बाद मई 2023 में एक्सिओम मिशन 2 (Ax-2) लॉन्च किया गया, जिसमें चार निजी अंतरिक्ष यात्री आठ दिन तक कक्षा में रहे।

सबसे हालिया मिशन, एक्सिओम मिशन 3 (Ax-3), जनवरी 2024 में लॉन्च किया गया, जिसमें चालक दल ने अंतरिक्ष स्टेशन पर 18 दिन बिताए।

एक्सिओम मिशन 4 (Ax-4) के संभावित प्रक्षेपण के समय, भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में 286 दिन बिताने के बाद पृथ्वी पर लौट चुकी होंगी।

यह मिशन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा, क्योंकि इससे भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और भविष्य में भारत के स्वतंत्र मानव अंतरिक्ष अभियानों का मार्ग प्रशस्त होगा।

Latest news
Related news