शुक्रवार को एचएसबीसी की एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया कि भारतीय परिवारों के पास लगभग 25,000 टन सोना है। यह आंकड़ा दुनिया के शीर्ष 10 केंद्रीय बैंकों के संयुक्त स्वर्ण भंडार से भी अधिक है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, जिन शीर्ष 10 केंद्रीय बैंकों के स्वर्ण भंडार की तुलना की गई है, वे निम्नलिखित हैं:
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- जर्मनी
- इटली
- फ्रांस
- रूस
- चीन
- स्विट्जरलैंड
- भारत
- जापान
- तुर्की
भारत में सोने को न केवल एक मूल्यवान धातु के रूप में देखा जाता है, बल्कि इसे सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। भारतीय परिवारों में सोने को एक सुरक्षित निवेश और पारिवारिक संपत्ति के रूप में संजोकर रखा जाता है।
एचएसबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीयों की सोने की यह भारी संपत्ति वैश्विक स्वर्ण भंडार को भी प्रभावित कर सकती है। यह न केवल भारत की अर्थव्यवस्था बल्कि वैश्विक बाजारों में भी सोने की मांग और आपूर्ति को प्रभावित करने की क्षमता रखता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में सोने का यह अपार भंडार, यदि प्रभावी रूप से उपयोग किया जाए, तो यह देश की आर्थिक स्थिति को और अधिक सशक्त बना सकता है।