प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के सीवान जिले के दौरे पर ₹5,000 करोड़ की महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की घोषणा करेंगे। इस दौरान वे प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी (PMAY-U) के तहत 51,000 लाभार्थियों को ₹510 करोड़ की पहली किस्त भी जारी करेंगे।
प्रधानमंत्री का यह दौरा उनके कार्यकाल में बिहार का 51वां दौरा होगा। वे सीवान में एक जनसभा को संबोधित करेंगे, जो पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कद्दावर नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का गढ़ माना जाता था। यह इलाका मुस्लिम, दलित और यादव समुदाय की मजबूत आबादी के लिए जाना जाता है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पदाधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार ने राज्य में सड़कों, रेलवे लाइनों, हवाई अड्डों, रोजगार और उद्यमिता के अवसरों के विकास के लिए पर्याप्त बजटीय प्रावधान सुनिश्चित किए हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री का यह दौरा इस वर्ष का पांचवां और मात्र 20 दिनों में दूसरा दौरा है, जो यह दर्शाता है कि बिहार सरकार की प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है।
सम्राट चौधरी ने कहा, “प्रधानमंत्री सीवान की धरती से ₹5,736 करोड़ की 22 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान 53,666 बेघर लोगों को पीएमएवाई के तहत पहली किस्त के रूप में ₹510 करोड़ की राशि वितरित की जाएगी। साथ ही 6,684 शहरी गरीब परिवारों को उनके नए घरों की चाबियाँ भी सौंपी जाएंगी।”
प्रधानमंत्री पाटलिपुत्र जंक्शन (पटना के पास) और उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बीच चलने वाली एक नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। वे अमृत भारत योजना के तहत 11 परियोजनाओं और नमामि गंगे मिशन के तहत चार अन्य परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। इसके अतिरिक्त वे नई वैशाली-देवरिया रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे।
घोषित परियोजनाओं में पश्चिम चंपारण में ₹69 करोड़ की लागत वाली बेतिया जलापूर्ति परियोजना, सारण में ₹19 करोड़ की छपरा जलापूर्ति परियोजना, पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में ₹400 करोड़ की सीवरेज प्रबंधन परियोजना, भोजपुर में ₹138 करोड़ की आरा जलापूर्ति परियोजना और राज्यभर में 15 ग्रिड सबस्टेशनों पर 500 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) के लिए ₹135 करोड़ की व्यवहार्यता अंतर निधि शामिल है।
प्रधानमंत्री पटना के दीघा और कंकड़बाग ज़ोन में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवरेज नेटवर्क सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे। साथ ही, वैशाली और देवरिया के बीच 29 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन का शुभारंभ भी किया जाएगा। प्रधानमंत्री सारण के मरहौरा में लोकोमोटिव फैक्ट्री से गिनी को भेजे जाने वाले पहले लोकोमोटिव को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
भाजपा नेताओं का मानना है कि प्रधानमंत्री का यह दौरा राज्य में एनडीए के चुनाव अभियान को नई ऊर्जा देगा। यह विकास और सामाजिक न्याय के मुद्दों को केंद्र में रखकर जनता तक पहुंचने की एक रणनीति है।
भाजपा पदाधिकारी ने कहा, “NDA बिहार में एक मज़बूत गठबंधन है। हमारे पास प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे लोकप्रिय नेता हैं। इसके विपरीत विपक्षी गठबंधन नेतृत्व की कमी और अस्पष्ट एजेंडे से जूझ रहा है। वे सामाजिक न्याय के मुद्दे को उठाते हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं करते कि जब राजद सत्ता में थी, तब उसने लोगों के सशक्तिकरण के लिए क्या काम किया।”
ज्ञात हो कि 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में 110 में से 71 सीटें जीती थीं।