रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 16 अप्रैल को क्रेमलिन में उन रूसी नागरिकों से मुलाकात की, जिन्हें हमास द्वारा बंधक बनाए जाने के बाद रिहा किया गया था। यह एक असामान्य लेकिन भावनात्मक क्षण था जब पुतिन ने इन पूर्व बंधकों की मेजबानी की और उनसे व्यक्तिगत रूप से बातचीत की।
पुतिन ने अलेक्जेंडर ट्रूफानोव, उनकी मां येलेना ट्रूफानोवा और उनकी मंगेतर सपिर कोहेन से भेंट की। ये तीनों पहले हमास के कब्जे में थे और अलग-अलग समय पर रिहा किए गए। अलेक्जेंडर ट्रूफानोव को फरवरी 2024 में रिहा किया गया था, जबकि उनकी मां और मंगेतर को पहले के एक सौदे के तहत छोड़ा गया था।
इस मुलाकात के दौरान पुतिन ने कथित तौर पर हमास को धन्यवाद दिया और उनके द्वारा की गई रिहाई को एक “मानवीय कार्य” करार दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहलें संकट के समय में मानवता की सच्ची मिसाल पेश करती हैं।
पुतिन की यह प्रतिक्रिया अंतरराष्ट्रीय राजनीति में चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि उन्होंने एक ऐसे संगठन को सार्वजनिक रूप से धन्यवाद कहा जिसे कई देश आतंकवादी संगठन मानते हैं।
इस भावुक भेंट का एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें पुतिन को बंधकों और उनके परिवारों के साथ आत्मीयता से बात करते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने बंधकों के साहस की सराहना की और कहा कि सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
यह घटना रूस की विदेश नीति, मध्य पूर्व के साथ संबंध और बंधकों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को एक बार फिर उजागर करती है।