मंगलवार को शुरुआती कारोबार के दौरान भारतीय रुपये में थोड़ी कमजोरी दर्ज की गई। पिछले सत्र में अमेरिकी डॉलर सूचकांक के कमजोर रहने से रुपया सोमवार को 15 पैसे की मजबूती के साथ 85.42 पर बंद हुआ था। हालांकि, आज शेयर बाजार में कमजोरी और वैश्विक संकेतों के असर के कारण रुपये पर थोड़ा दबाव देखने को मिला।
अमेरिकी आर्थिक विकास को लेकर बढ़ती चिंताओं और वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा अमेरिकी निवेश ग्रेड रेटिंग में कटौती के चलते वैश्विक निवेशकों में सतर्कता देखी गई। इस वजह से डॉलर सूचकांक में गिरावट दर्ज की गई, जिससे सोमवार को रुपये को समर्थन मिला।
हालांकि, आज के सत्र में घरेलू शेयर बाजारों में कमजोरी दिखी। निफ्टी 50 सूचकांक 25000 अंक से नीचे फिसल गया और दिन के समय इसमें 0.35% की गिरावट देखी गई। इन कमजोर घरेलू संकेतों के चलते रुपया दबाव में रहा और वर्तमान में यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.44 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जो दिन में मामूली गिरावट को दर्शाता है।
उधर, अमेरिकी डॉलर सूचकांक, जो पिछले सत्र में 0.65% गिरा था, अब 100 अंक के आसपास स्थिर है। NSE पर USD/INRवायदा 85.48 पर कारोबार कर रहा है, जो दिन के हिसाब से थोड़ा ऊपर है।
कुल मिलाकर, वैश्विक अनिश्चितता, कमजोर घरेलू शेयर बाजार और सीमित डॉलर की मजबूती ने आज रुपये को थोड़ी कमजोरी की ओर धकेला है।