Sunday, November 16, 2025

निफ्टी के अपट्रेंड को चलाने के लिए सेक्टरल रोटेशन का असर

बाजार में जो रुझान देखने को मिल रहा है, वह यह है कि निफ्टी ऊपर की ओर बढ़ते हुए लगभग 56,577 के स्तर के करीब पहुंच गया है। इसे तकनीकी विश्लेषण में थोड़ा विस्तारित फिबोनाची स्तर माना जाता है। इसका मौजूदा समर्थन स्तर करीब 54,660 है, जो इसे अल्पकालिक नज़रिए से महत्वपूर्ण बनाता है।

निफ्टी और निफ्टी बैंक के स्तरों पर नज़र

स्ट्राइक मनी एनालिटिक्स और इंडियाचार्ट्स के संस्थापक रोहित श्रीवास्तव के अनुसार, बैंकिंग सेक्टर में लगातार छह दिनों की तेज़ चाल के बाद अब थोड़ी ठहराव की स्थिति बन रही है। उन्होंने कहा कि बाज़ार में हाल ही में जो गिरावट आई थी, उसका सबसे खराब हिस्सा अब समाप्त हो चुका है और कई गिरती हुई ट्रेंड लाइनों को अब निफ्टी ने पार कर लिया है, जो अब नए सपोर्ट लेवल बन गए हैं।

आगे की दिशा में नज़र डालें तो पहला महत्वपूर्ण स्तर 61% रिट्रेसमेंट का है, जो लगभग 24,563 के आसपास है। यह वह लक्ष्य है जिस पर अब बाज़ार काम कर रहा है। नीचे की ओर, ट्रेंडलाइन समर्थन करीब 23,600 पर देखा जा सकता है।

अगर निफ्टी 24,600 से 24,700 के स्तर को पार कर लेता है, तो 25,300 तक की संभावना बन सकती है। वहीं अगर यह 24,600 के पास रुकता है, तो यह समेकन का संकेत हो सकता है। निफ्टी बैंक की बात करें तो फिलहाल 56,577 के पास उछाल सीमित दिख रहा है, और 54,660 इसके लिए समर्थन स्तर बना हुआ है।

सेक्टरल रोटेशन की भूमिका

रोहित श्रीवास्तव कहते हैं कि जब एक सेक्टर स्थिर हो जाता है, तो बाजार में अन्य सेक्टरों से भागीदारी देखी जाती है, जिससे मुख्य सूचकांक निफ्टी अपनी ऊपर की चाल को बनाए रख सकता है। इसी सेक्टरल रोटेशन की प्रक्रिया के चलते निफ्टी की रफ्तार बरकरार रह सकती है, भले ही बैंकिंग क्षेत्र थोड़े समय के लिए स्थिर हो जाए।

IT सेक्टर की वापसी

IT सेक्टर की चर्चा करते हुए रोहित श्रीवास्तव ने कहा कि यह क्षेत्र अत्यधिक ओवरसोल्ड स्थिति में था और अब उसमें सुधार देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि निफ्टी IT इंडेक्स 46,000 से गिरकर लगभग 30,000 तक चला गया था, जो कि एक बहुत तेज गिरावट थी।

अब, अमेरिकी बाजारों से सकारात्मक संकेतों और एचसीएल टेक जैसे अच्छे परिणामों के चलते तकनीकी शेयरों में उछाल देखने को मिल रहा है। निकट अवधि में निफ्टी आईटी इंडेक्स में अगला प्रतिरोध स्तर 38,060 के आसपास हो सकता है।

उन्होंने यह भी कहा कि यदि निफ्टी IT इंडेक्स 34,926 के 20-दिवसीय औसत से ऊपर बंद होता है, तो यह एक सकारात्मक संकेत होगा और इस स्तर पर निवेशकों को धीरे-धीरे इस क्षेत्र में प्रवेश करने पर विचार करना चाहिए।

ऑटो सेक्टर की स्थिति

ऑटो सेक्टर पर बात करते हुए रोहित श्रीवास्तव ने बताया कि इसने हाल के दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है और 2022 की गिरावट के दौरान भी यह बेहतर प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों में से एक था। अगर निफ्टी ऑटो इंडेक्स की बात करें, तो वह 27 सितंबर से बन रही गिरती हुई ट्रेंडलाइन को पार कर गया है और 21,837 के ऊपर बंद हुआ है, जो कि डाउनट्रेंड ब्रेकआउट का संकेत है।

इसके अलावा, मौद्रिक नीति में उदार रुख अपनाने की दिशा में बदलाव ऑटो सेक्टर के लिए लाभदायक साबित हो सकता है क्योंकि यह सेक्टर ब्याज दरों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होता है।

कुल मिलाकर, निफ्टी में ऊपर की ओर बढ़ने की संभावनाएं बनी हुई हैं, बशर्ते कि विभिन्न सेक्टरों की भागीदारी बनी रहे। आईटी और ऑटो सेक्टर जैसे क्षेत्रों से निवेशकों को नए अवसर मिल सकते हैं, जबकि बैंकिंग क्षेत्र में थोड़ी स्थिरता के बाद दोबारा उछाल आने की संभावना है। सेक्टरल रोटेशन की यह रणनीति निफ्टी को ऊपरी स्तरों की ओर ले जाने में सहायक हो सकती है।

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