Wednesday, July 9, 2025

ताइवान की मुद्रा में तेजी के चलते अमेरिकी बॉन्ड पर बीमा कंपनियों में हेजिंग को लेकर मतभेद

ताइवान की दो प्रमुख जीवन बीमा कंपनियां – फूबोन लाइफ इंश्योरेंस और ताइशिन लाइफ इंश्योरेंस – विदेशी मुद्रा हेजिंग को लेकर एक-दूसरे से बिल्कुल अलग रणनीति अपना रही हैं। इसका कारण है ताइवानी डॉलर में हाल ही में आई जोरदार मजबूती, जिसने उनके सैकड़ों अरब डॉलर के अमेरिकी बॉन्ड निवेशों को जोखिम में डाल दिया है।

फूबोन का हेजिंग बढ़ाने का फैसला

फूबोन लाइफ इंश्योरेंस ने हेजिंग बढ़ा दी है, ताकि अमेरिकी डॉलर में निवेशित उनकी संपत्तियों को ताइवानी डॉलर की मजबूती से होने वाले संभावित नुकसान से बचाया जा सके। ताइवान डॉलर में यह उछाल 1980 के दशक के बाद की सबसे बड़ी एक दिवसीय बढ़त रही है, जिसने कंपनियों को तेजी से मुद्रा जोखिम प्रबंधन की दिशा में कदम उठाने के लिए मजबूर किया।

फूबोन ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “हमारे पास पूंजी का स्तर वित्तीय पर्यवेक्षी आयोग (FSC) द्वारा निर्धारित नियामक सीमाओं से कहीं ऊपर है, और हम आवश्यक जोखिम-आधारित पूंजी मानकों को पूरा कर रहे हैं। हम हेजिंग ऑपरेशंस को और मजबूत कर रहे हैं और आगे भी बाजार स्थितियों पर बारीकी से नजर रखेंगे।”

ताइशिन की सावधानीपूर्ण रणनीति

दूसरी ओर, ताइशिन लाइफ इंश्योरेंस का रुख सतर्क है। कंपनी का कहना है कि विदेशी मुद्रा हेजिंग की बढ़ती लागत के कारण वह इस समय हेजिंग बढ़ाने से बच रही है। ताइशिन फाइनेंशियल होल्डिंग्स और ताइशिन लाइफ इंश्योरेंस के चेयरमैन वेल्च लिन ने कहा, “हम अल्पकालिक उतार-चढ़ाव के कारण अपने हेजिंग अनुपात को नहीं बढ़ाएंगे।”

मुद्रा बाजार में अस्थिरता और हेजिंग की लागत

बैंक ऑफ अमेरिका के रणनीतिकार चुन हिम चेउंग ने एक नोट में लिखा कि बीमा कंपनियों के सामने एक मुश्किल विकल्प है – यदि वे अधिक हेज करती हैं, तो वे डॉलर की कमजोरी में फंस सकती हैं, और यदि वे कुछ नहीं करतीं, तो उन्हें और अधिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, “किसी भी स्थिति में, उनका पिछला बिजनेस मॉडल अब अस्थिर हो गया है।”

ताइवान के बीमाकर्ता दुनिया भर का ध्यान खींच रहे हैं क्योंकि उनके पास बड़ी मात्रा में अमेरिकी ट्रेजरी और कॉर्पोरेट बॉन्ड हैं। इन निवेशों में से अधिकांश असुरक्षित हैं। HSBC होल्डिंग्स पीएलसी के मुताबिक, ताइवान की जीवन बीमा कंपनियों का औसतन मुद्रा हेजिंग अनुपात 60% से भी कम है, जिससे अमेरिकी बॉन्ड पोर्टफोलियो की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

ताइवान डॉलर शुक्रवार और सोमवार को लगभग 3% मजबूत हुआ, और बुधवार को इसमें 0.5% की और बढ़त आई, जिससे यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 30.138 पर पहुंच गया, हालांकि इसके बाद लाभ में थोड़ी कमी आई।

हेजिंग टूल की लागत रिकॉर्ड स्तर पर

बीमाकर्ता आमतौर पर गैर-डिलीवरेबल फॉरवर्ड्स (NDFs) के जरिए डॉलर की कमजोरी से बचाव करते हैं, जो उनका पसंदीदा हेजिंग टूल है। लेकिन ताइवान डॉलर की तेजी के चलते इस हेजिंग की लागत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। इस सप्ताह तीन महीने के NDF की लागत बढ़कर 14% हो गई – जो कि ब्लूमबर्ग के 2007 से चल रहे डेटा में अब तक की सबसे अधिक है।

नियामकीय प्रतिक्रियाएं और प्रस्ताव

ताइपे स्थित इकोनॉमिक डेली न्यूज के अनुसार, ताइवान की छह सबसे बड़ी बीमा कंपनियों ने हाल ही में FSC को मुद्रा में तेजी के बाद अपने मुनाफे पर पड़ रहे असर को लेकर अस्थायी राहत उपायों का अनौपचारिक प्रस्ताव दिया है। हालांकि, FSC ने इन प्रस्तावों को मंजूरी नहीं दी है, क्योंकि उसे वर्तमान में किसी तरलता संकट या दिवालिएपन का तत्काल खतरा नजर नहीं आ रहा है।

फूबोन, कैथे लाइफ इंश्योरेंस और नान शान लाइफ इंश्योरेंस ने FSC को यह भी आश्वासन दिया है कि अगर ताइवान डॉलर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 30 से ऊपर मजबूत हो जाए, तब भी उनके जोखिम-आधारित पूंजी अनुपात नियामक सीमाओं के भीतर बने रहेंगे।

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