Tuesday, May 27, 2025

ट्रंप और पुतिन के बीच व्यक्तिगत तालमेल से यूक्रेन और नाटो पर शांति प्रयासों को नई दिशा

तीन साल से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध, जिसका अब तक कोई स्पष्ट अंत नहीं दिख रहा है, पर चर्चा करते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच सोमवार (19 मई) को एक फोन कॉल हुई। इस संवाद की शुरुआत भले ही औपचारिक और सख्त लहजे में हुई हो, लेकिन धीरे-धीरे यह अनौपचारिक और व्यक्तिगत होता गया।

ट्रंप और पुतिन के बीच यह बातचीत उस समय हुई जब यह युद्ध न केवल क्षेत्रीय संकट बना हुआ है, बल्कि इसके वैश्विक संघर्ष में बदलने की आशंका भी बढ़ रही है। ऐसे में दोनों नेताओं ने बातचीत के दौरान आपसी व्यक्तिगत संबंध बनाने का प्रयास किया, और वे एक-दूसरे को पहले नाम से पुकारते रहे — एक ऐसा व्यवहार जो विश्व नेताओं के बीच आमतौर पर देखने को नहीं मिलता।

रूसी राष्ट्रपति के सहायक यूरी उशाकोव ने बताया कि जैसे ही कॉल शुरू हुई, दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को ‘डोनाल्ड’ और ‘व्लादिमीर’ कहकर संबोधित किया। यह संकेत था कि दोनों नेता संबंधों को औपचारिक दायरे से बाहर निकाल कर एक निजी स्तर पर संवाद स्थापित करना चाह रहे थे।

बातचीत के अंत में ट्रंप ने कहा, “व्लादिमीर, आप जब चाहें मुझे फोन कर सकते हैं, मुझे आपसे बात करके खुशी होगी।” इसके जवाब में पुतिन ने भी उन्हें ‘डोनाल्ड’ कहकर संबोधित किया और इस खुले संवाद की सराहना की।

यूक्रेन युद्ध, नाटो और युद्धविराम पर चर्चा

करीब दो घंटे चली इस बातचीत में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई — जैसे यूक्रेन युद्धविराम, नाटो का बुनियादी ढांचा, अमेरिका-रूस संबंधों में सुधार और भविष्य की शांति योजनाएं। मुख्य फोकस 30-दिवसीय युद्धविराम समझौते की दिशा में बढ़ने पर था।

पुतिन ने ट्रंप को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह मॉस्को और कीव के बीच सीधी बातचीत को पुनः शुरू कराने के उनके प्रयासों की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा कि रूस, शांति समझौते के संभावित खाका तय करने वाले ज्ञापन पर सहयोग के लिए पूरी तरह तैयार है।

कूटनीतिक प्रयास और प्रारंभिक समझौते

नेताओं ने काला सागर क्षेत्र में समुद्री युद्धविराम को लागू करने के लिए तकनीकी वार्ता शुरू करने पर सहमति जताई — जो शत्रुता को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है।

इसके साथ ही, बातचीत में अमेरिका और रूस के बीच कैदियों की अदला-बदली की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। वर्तमान में दोनों देशों के पास एक-दूसरे के नौ नागरिक हैं जिनकी अदला-बदली पर काम चल रहा है।

ट्रंप ने वेटिकन को एक संभावित तटस्थ स्थान के रूप में शांति वार्ता की मेज़बानी करने का सुझाव दिया, और कहा कि पोप ने भी इस प्रक्रिया में रुचि दिखाई है।

आर्थिक और द्विपक्षीय संबंधों की नई संभावनाएं

यूक्रेन युद्ध पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ, दोनों नेताओं ने अमेरिका और रूस के बीच युद्ध के बाद आर्थिक सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की। ट्रंप ने कहा कि व्यापारिक अवसर “असीमित” हो सकते हैं, यदि दोनों देश विश्वास के साथ आगे बढ़ें।

बातचीत में ईरान के परमाणु कार्यक्रम और मध्य पूर्व में स्थिरता जैसे अन्य वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ। दोनों नेताओं ने भविष्य में ऐसे संघर्षों को रोकने के लिए निरंतर सहयोग की इच्छा जताई।

वैश्विक प्रतिक्रिया और आगे की राह

अमेरिका और रूस के इस नए संवाद को लेकर वैश्विक प्रतिक्रिया मिश्रित रही है। यूरोपीय नेताओं ने चिंता जताई है कि कहीं इस प्रक्रिया में यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों को दरकिनार न कर दिया जाए।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने ऊर्जा अवसंरचना को लेकर प्रस्तावित युद्धविराम का समर्थन तो किया है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि शांति वार्ता में यूक्रेन की सीधी भागीदारी अनिवार्य है ताकि एक न्यायसंगत और स्थायी समाधान निकल सके।

जैसे-जैसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस बातचीत पर नजर रख रहा है, ट्रंप और पुतिन के बीच बनते व्यक्तिगत रिश्ते इस युद्ध और विश्व की राजनीति की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं।

यह देखना बाकी है कि क्या यह नया संवाद वाकई शांति की दिशा में निर्णायक कदम साबित होगा या फिर यह भी इतिहास के एक अस्थायी अध्याय तक ही सीमित रहेगा।

Latest news
Related news