Tuesday, July 15, 2025

आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा ने याद किए मुश्किल भरे दिन, जब पैसों की तंगी से जूझ रही थीं

जब कोई कपल नई ज़िंदगी की शुरुआत करता है, तो उन्हें कई चीज़ें साथ में सीखनी पड़ती हैं – कभी-कभी बहुत कठिन भी। ऐसा ही कुछ हुआ था ताहिरा कश्यप और आयुष्मान खुराना के साथ, जब उन्होंने अपनी शादी की शुरुआत में काफी आर्थिक मुश्किलों का सामना किया।

ताहिरा और आयुष्मान ने 24 साल की उम्र में शादी कर ली थी, उस वक्त न आयुष्मान बॉलीवुड में बड़े स्टार थे और न ही ताहिरा का करियर शुरू हुआ था। साल 2008 में जब ये दोनों मुंबई शिफ्ट हुए, तो ज़िंदगी आसान नहीं थी – खासकर पैसों को लेकर।

एक इंटरव्यू में ताहिरा ने बताया कि शादी के शुरुआती दिनों में उन्हें आर्थिक तनाव का सामना कैसे करना पड़ा। उन्होंने कहा कि वे थोड़ी बचत के साथ मुंबई आई थीं, लेकिन उनके पास कोई नौकरी नहीं थी। उस वक्त आयुष्मान ने वीजे (वीडियो जॉकी) के तौर पर काम करना शुरू ही किया था।

ताहिरा ने कहा,
“मैंने अपनी शादी पर थोड़े पैसे खर्च किए थे, फिर भी मेरे पास कुछ बचत थी। लेकिन मुंबई में मेरे पास कोई नौकरी नहीं थी। मैं रोज़ नौकरी के लिए अप्लाई कर रही थी।”

ताहिरा ने बताया कि शुरू में घर के सारे किराने का सामान वे अपनी बचत से खरीदती थीं, और आयुष्मान को इस बात का एहसास ही नहीं था।

“उसे समझ ही नहीं आता था कि हम खाना कैसे बना रहे हैं, सब्ज़ियाँ, फल कहाँ से आ रहे हैं। मेरा बैंक बैलेंस धीरे-धीरे खत्म हो रहा था। मैंने कभी किसी से पैसे नहीं मांगे – यहाँ तक कि अपने मम्मी-पापा से भी नहीं,” ताहिरा ने कहा।

उन्होंने आगे बताया कि एक दिन ये भावनाएं उस समय फूट पड़ीं जब बात आम खाने को लेकर हुई।

“मैंने दो दिन से आम नहीं खाए थे ताकि वह खा सके। फिर उसने मुझसे पूछा – ‘तुम इतनी चुप क्यों हो?’ और मैं रोने लगी। मैंने पूछा – ‘तुम्हें क्या लगता है कि हम किराने का सामान कैसे ला रहे हैं?’ तब जाकर उसे एहसास हुआ।”

आयुष्मान ने पूछा कि उन्होंने उससे पैसे क्यों नहीं मांगे, तो ताहिरा ने कहा,
“क्योंकि मैं ऐसा नहीं कर सकती थी। मुझे लगा कि उसे खुद समझना चाहिए और मेरे साथ मिलकर किराना खरीदना चाहिए।”

उस वक्त तक आयुष्मान का करियर थोड़ा चलने लगा था, लेकिन ताहिरा अब भी जॉब ढूंढ रही थीं और उनकी सारी बचत खत्म हो चुकी थी।

इसके साथ ही, ताहिरा ने ये भी बताया कि उन्होंने हमेशा आर्थिक रूप से स्वतंत्र रहने की कोशिश की, लेकिन तब पहली बार उन्हें बहुत भारी महसूस हुआ।

इस साल अप्रैल में ताहिरा ने यह भी बताया कि उन्हें एक बार फिर कैंसर हो गया है – सात साल पहले उन्हें पहली बार स्तन कैंसर का पता चला था। सोशल मीडिया पर वह अपनी बीमारी से जुड़े अनुभव और हिम्मत के साथ जूझने की कहानियाँ शेयर करती हैं, जिससे बहुत लोग प्रेरित होते हैं।

ताहिरा की कहानी हमें यह सिखाती है कि रिश्तों में सिर्फ प्यार नहीं, बल्कि एक-दूसरे की ज़िम्मेदारियों को समझना और साथ देना भी ज़रूरी होता है – खासकर मुश्किल समय में।

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