Thursday, January 16, 2025

अडानी ने खाद्य तेल कारोबार से पूरी तरह हाथ खींचा, 43.94% हिस्सेदारी विल्मर को बेचने की तैयारी

अडानी समूह ने खाद्य तेल और खाद्य पदार्थ निर्माण कंपनी अडानी विल्मर लिमिटेड (AWL) से पूरी तरह बाहर निकलने का निर्णय लिया है। इसके तहत अडानी समूह अपनी 43.94% हिस्सेदारी आंशिक रूप से अपने संयुक्त उद्यम भागीदार विल्मर और शेयर बाजार को बेच देगा। इस सौदे के माध्यम से लगभग 2 बिलियन डॉलर जुटाने की संभावना है।

सिंगापुर स्थित विल्मर इंटरनेशनल, जो AWL में पहले से ही 50% हिस्सेदारी रखता है, अब 31.06% अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने जा रही है। यह सौदा ₹305 प्रति शेयर की अधिकतम कीमत पर होगा। अडानी समूह अपनी शेष 12.88% हिस्सेदारी न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता (MPS) आवश्यकता को पूरा करने के लिए खुले बाजार में बेचेगा।

विल्मर की हिस्सेदारी बढ़कर 75% होगी

इस लेन-देन के बाद विल्मर के पास AWL की 75% हिस्सेदारी हो जाएगी, और कंपनी विल्मर की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी। विल्मर ने कहा है कि वह AWL की विकास यात्रा में भाग लेने के लिए संभावित निवेशकों की तलाश करेगा।

प्रमुख पदों से इस्तीफा

समझौते के बाद, अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी अडानी कमोडिटीज लिमिटेड के प्रतिनिधि प्रणव वी. अडानी और मलय महादेविया ने AWL के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है।

AWL की वर्तमान स्थिति

AWL में अडानी कमोडिटीज लिमिटेड (ACL) और विल्मर की सहायक कंपनी लेंस पीटीई के पास मिलकर 43.94% हिस्सेदारी थी। वित्त वर्ष 2023-24 में AWL ने ₹49,242 करोड़ का राजस्व और ₹278.16 करोड़ का कर पश्चात लाभ दर्ज किया।

MPS अनुपालन और सौदे का समय

इस समझौते के तहत, विल्मर तभी शेयर खरीदेगा जब MPS (सूचीबद्ध इकाई में 25% सार्वजनिक शेयरधारिता) की आवश्यकता पूरी हो जाएगी। सौदा अगले 12 महीनों में प्रारंभ होगा और इसे पूरा करने के लिए अतिरिक्त 6 महीने का समय लिया जाएगा।

शेयर बाजार की प्रतिक्रिया

AWL का शेयर ₹329.5 प्रति शेयर पर बंद हुआ, जो विल्मर द्वारा तय अधिकतम मूल्य ₹305 से 7.4% अधिक है। वहीं, अदानी एंटरप्राइजेज का शेयर 7.65% बढ़कर ₹2,593.45 पर बंद हुआ।

अडानी समूह की योजना

अडानी समूह, जो हाल ही में रिश्वत मामले में विवादों में घिरा था, ने कहा कि AWL की हिस्सेदारी बिक्री से प्राप्त धन का उपयोग ऊर्जा, परिवहन, और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।

AWL का योगदान और विल्मर की योजना

AWL, जो ‘फॉर्च्यून’ ब्रांड के तहत खाद्य तेल, चावल, आटा और अन्य खाद्य उत्पाद बनाती है, भारत में सबसे बड़ी खाद्य तेल कंपनी है। इसके 15 शहरों में 24 कारखाने और 10,000 वितरकों के साथ 7.2 लाख खुदरा स्टोर्स का नेटवर्क है। यह 30 से अधिक देशों को चावल, अरंडी का तेल और ओलियोकेमिकल्स का निर्यात भी करती है।

सिंगापुर की विल्मर का कहना है कि यह सौदा भारत में उसकी उपस्थिति को मजबूत करेगा और उसे वैश्विक व्यापार नेटवर्क में अधिक प्रभावी भूमिका निभाने का अवसर देगा।

अडानी समूह की अन्य गतिविधियाँ

अडानी एंटरप्राइजेज ने हाल ही में अक्टूबर 2023 में 500 मिलियन डॉलर जुटाए थे। इसके अलावा, अदानी समूह की अन्य कंपनियों ने भी धन जुटाया है, जिनमें अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (1 बिलियन डॉलर), अंबुजा सीमेंट (500 मिलियन डॉलर) और अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (444 मिलियन डॉलर) शामिल हैं।

समाप्ति

यह लेन-देन न केवल विल्मर को भारतीय बाजार में मजबूत करेगा, बल्कि अदानी समूह को अपने प्रमुख क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने में मदद करेगा, जिससे उसकी विकास योजनाएँ और मजबूत होंगी।

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