इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में एक साल के भीतर कितना कुछ बदल सकता है, इसका ताज़ा उदाहरण हमें देखने को मिला। जहां 2024 में पंजाब किंग्स ने आईपीएल इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया था, वहीं इस बार वही टीम सबसे कम स्कोर का बचाव करने वाली बन गई। दिलचस्प बात यह रही कि यह मुकाबला उसी टीम – कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ था।
केकेआर की कप्तानी कर रहे अजिंक्य रहाणे ने अंगकृष रघुवंशी और आंद्रे रसेल के शानदार प्रयासों के बावजूद 112 रन के मामूली लक्ष्य तक टीम को नहीं पहुंचा सके। पंजाब की ओर से कप्तान श्रेयस अय्यर की अगुवाई में शानदार गेंदबाज़ी देखने को मिली, जिसमें युजवेंद्र चहल ने 4 विकेट लेकर मैच का पासा पलट दिया।
यह मुकाबला एक ऐसी पिच पर खेला गया, जहां गेंदबाजों को अलग-अलग उछाल मिल रही थी और बल्लेबाजों को रन बनाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। नतीजा यह हुआ कि यह लो-स्कोरिंग मैच एक रोमांचक मुकाबले में तब्दील हो गया और आईपीएल इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
मैच खत्म होने के बाद जब रहाणे और अय्यर एक-दूसरे से हाथ मिला रहे थे, तब रहाणे ने मजाकिया अंदाज़ में कहा, “क्या फालतू बल्लेबाजी की हमने।” इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और फैंस इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे।
रहाणे का आउट होना इस मुकाबले का निर्णायक मोड़ साबित हुआ। चहल की गेंद पर स्वीप शॉट खेलते हुए वह एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। ऑन-फील्ड अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया, हालांकि रिप्ले में साफ़ हुआ कि गेंद ऑफ-स्टंप के बाहर उनके पिछले पैर से टकराई थी। अगर रहाणे ने डीआरएस लिया होता, तो वह नॉट आउट करार दिए जाते।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रहाणे ने कहा, “एक बल्लेबाज के तौर पर मैंने सोचा कि रिव्यू को बाद के लिए बचा कर रखना चाहिए। ऐसा न हो कि मैं रिव्यू ले लूं और वह गलत साबित हो जाए, फिर हमारे पास केवल एक ही रिव्यू बचे।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरे और रघुवंशी के बीच संवाद उतना स्पष्ट नहीं था। अगर कोई साथी बल्लेबाज साफ तौर पर कहता कि इम्पैक्ट आउट नहीं है, या गेंद मिस कर सकती है, तो मैं रिव्यू ज़रूर लेता। लेकिन वहाँ बात बस इतनी हुई कि शायद यह अंपायर का फैसला हो सकता है, या शायद गेंद स्टंप्स पर लग रही हो। इसलिए मैंने रिव्यू नहीं लिया।”
रहाणे ने यह भी स्वीकार किया कि टीम की सामूहिक बल्लेबाज़ी बहुत खराब रही, और यही हार की मुख्य वजह थी। उन्होंने कहा, “कोई शिकायत नहीं है। हम एक बल्लेबाजी इकाई के रूप में बहुत खराब खेले और इसलिए हम यह मुकाबला हार गए।”
इस मैच ने एक बार फिर साबित किया कि आईपीएल में कुछ भी हो सकता है—यह सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि अनिश्चितताओं का खेल है।